मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट क्या है और इससे कैसे बचें. how to safeguard ourselves from harmful blue rays radiation from smartphone screens.
हमारे मोबाइल से हानिकारक ब्लू रिज निकलती है.
यह blu-rays हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाती है.
हमारी नींद के लिए यह जरूरी है कि हमारा शरीर मेलाटोनिन नाम का हार्मोन प्रोड्यूस करें.
किंतु ज्यादा समय मोबाइल देखने की वजह से हमारे शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का निर्माण कम हो जाता है.
इसकी वजह से हमारी नींद उड़ जाती है.
एक अच्छे सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत ही जरूरी है. इसलिए हमें मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आपकी मोबाइल का डिस्प्ले बहुत ही ज्यादा ब्राइट और वाइब्रेंट है तो फिर आपके मोबाइल की स्क्रीन से blu-rays भी ज्यादा निकलेंगे. ..
अब इस मोबाइल का इस्तेमाल तो हम बंद नहीं कर सकते. क्योंकि यह मोबाइल बहुत उपयोगी भी होता है. लेकिन हम इन हानिकारक किरणों के दुष्प्रभाव को अपने मोबाइल के कुछ सेटिंग्स के द्वारा कम कर सकते हैं. .
आइए आज इस वीडियो में उन सेटिंग्स पर एक नजर डालते हैं.
अपने मोबाइल के सेटिंग मैन्यू में जाएं और display को सेलेक्ट करें. अंदर जाने के बाद display में आपको कुछ ऑप्शंस देखेंगे. ..
यहां आपको night light का ऑप्शन दिखेगा. इस ऑप्शन को ऑन कर दें. अब आपका फोन 24 घंटे नाइट लाइट मोड में रहेगा.
यह ऑप्शन आपके मोबाइल पर एक पीले रंग का फिल्टर लगा देगा. जिसकी वजह से आपके मोबाइल से हार्मफुल ब्लू रेस नहीं निकलेंगे. ..
अगला ऑप्शन है adaptive brightness. इसको भी ऑन रखें. आपका मोबाइल कमरे की रोशनी के हिसाब से मोबाइल के brightness को एडजस्ट कर सकेगा...
आप अपने फोन की display को dark theme में भी यूज करने को एक ट्राई दे सकते हो. इससे आपके मोबाइल का बैकग्राउंड सफेद ना हो करके काला हो जाएगा जो हमारी आंखों पर कम दुष्प्रभाव डालेगा....
और नीचे की तरफ आपको कलर्स का ऑप्शन मिलेगा. यहां पर रंगों को आप natural aur boosted या फिर saturated मोड में सिलेक्ट कर सकते हो. अगर आप boosted colours में फोन को ऑपरेट करोगे तो आपको रंग काफी चटक देखेंगे लेकिन साथ ही साथ ढेर सारा harmful blue rays भी आपको देखना पड़ेगा. इसलिए अपने मोबाइल को display in saturated colours पर यूज करें.
यहां इस सेटिंग की मदद से आपकी आंखों पर कम जोर पड़ेगा....
इसके अलावा आप digital wellbeing settings में जाकर के या फिर अपने phone के clock app में जाकर के अपना bed time schedule bhi निर्धारित कर सकते हो.. इस सेटिंग में आपको bed time schedule के दौरान मोबाइल की स्क्रीन को black and white यानी कि ग्रेस्केल करने का ऑप्शन भी मिल जाएगा.
इस तरह अगर आप अपने सोने के समय agar मोबाइल यूज करोगे तो आप की आंखों पर कम जोर पड़ेगा. और आप अपना मोबाइल का जो भी काम है उसको निपटा करके सोने जा सकते हैं. ...
Last but not the least, कोशिश करें कि जब आप सोने जाए तो मोबाइल आपके पास ना रहे. यह थोड़ा मुश्किल है मगर हम अपनी आदतों में सुधार ला करके सोने के समय मोबाइल को अपने से दूर रख सकते हैं.
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