नहाना तो hiegenic activity हैं न? #KumbhMela2021 #CovidSecondWave #TikaU...


महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ और पंजाब में कोरोना के केसेस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. लगता है वहां पर लॉकडाउन लगवाना ही पड़ेगा.
लोग मानते ही नहीं हैं, मास्क सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही नहीं करते.
वहां पर लोगों ने कोरोना को सीरियसली लेना ही छोड़ दिया था. वहां की राज्य सरकार भी करोना को लेकर के हाथ पर हाथ धरे बैठी रही.
अब इन राज्यों में मामले बहुत ही तेजी से बढ़ रहे हैं.

मोदी जी की भी क्या महानता है, शब्दों के साथ हो क्या खेलते हैं। क्या टाइमिंग है उनकी।
कोरोना के टीका उत्सव की तारीखें, कुंभ मेले के साथ कैलीबरेट कर दिए।
जिनको वैक्सीन का टीका नहीं लग पाया, वह अपने मस्तक पर कुंभ मेले का टीका यानी कि तिलक लगाकर इस उत्सव को सेलिब्रेट किए।

सरकार की टाइमिंग और cool acronyms के तो हम बहुत बड़े FAN हैं।

देवभूमि उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन हुआ हैं. भारी से भारी संख्या में साधुओं और श्रद्धालुओं ने हर की पौड़ी के घाट पर गंगा में शाही स्नान किया.

उत्तराखंड अब कोरोना मुक्त हो चुका है. वहां के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत राज्य में कोरोना के आखरी मरीज थे.

लेकिन सरकार की आलोचना करने वालों को तथ्यों की कोई जानकारी ही नहीं रहती. वह तो बस एप्पल को ऑरेंज से कंपेयर करना जानते हैं.

एप्पल लाल होता है उसको लिब्रांडू कम्युनिस्ट खाते हैं। हरे रंग का सेब तबलीगी जमात वाले खाते हैं।

संतरा नारंगी होता है, इस भगवाधारी फल को हम सनातन धर्मी खाते हैं।

इसीलिए,

कोरोना मुक्त उत्तराखंड को आप महाआघाडी संक्रमित महाराष्ट्र से कैसे कंपेयर कर सकते हैं.

नहाना तो वैसे भी हाइजीनिक एक्टिविटी है.

हैं न?

करोना वायरस नहाने से थोड़े ही फैलता है. गंगा की घाट पर करोड़ों लोगों ने स्नान किया तो अपने पापों के साथ साथ इस वायरस से भी मुक्ति पा ली.

कुंभ में नहाने से मोक्ष मिलता है वायरस नहीं.

कुंभ के मेला को अब तबलीगी जमात का मरकज समझ रखे हो क्या?

कुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल कर रखा है। अब आप ही बताओ उनको करोना कैसे होगा?

हरिद्वार में प्रशासन ने जगह जगह पर सैनिटाइजर की वर्षा करवा रखी है। ऐसे व्यवस्था पर किसी को करो ना कैसे हो सकता है?

जहां पर भी मेला होता है वहां पर कोरोना का खेला हो ही नहीं सकता. बंगाल में देख लो लोकतंत्र का मेला चल रहा है लोकतंत्र का उत्सव हो रहा है.

image source : The Print

Pandemic वहां पर प्रभावी है क्या? नहीं ना

पूरे देश में टीका उत्सव हो रहा है, आज उन्हीं लोगों को करो ना पकड़ के दबोच रहा है जिन्होंने वैक्सीन के ऊपर सवाल उठाया था.

अब मोदी जी को लगा कि जो वैक्सीन पर सवाल उठा रहा है वह वैक्सीन लगवाने तो जाएगा नहीं. इसलिए उन लोगों के हिस्से की वैक्सीन मोदी जी ने अलग-अलग देशों को गिफ्ट कर दी.



अब आज वही लोग विलाप कह रहे हैं कि शॉर्टेज है शॉर्टेज है.

अरे वैक्सीन का शॉर्टेज है तो क्या हुआ तुम लोग अपना इम्यूनिटी बढ़वा लो.

गोबर का लेप, गोमूत्र का सेवन, भाभी जी पापड़, कोरोनल, ओडोनिल, इम्यूनिटी बढ़ाने के 50 ऑप्शन है।

इंदिरा नगर का गुंडा हूं मैं गुस्सा मत दिलाओ!!
नहीं तो तुमको thor की तरह थूर दूंगा

वैक्सीन पर सवाल उठाते थे और आज कहत हो कि अब हमहूं के भी भैक्सिन चाहिए।




Comments