What is 12% Club? Is it safe? Should One Invest in it?

12% club! क्या हैं? और क्या हमें इस क्लब से जुड़ना चाहिए। इस सवाल का जवाब जानने से पहले Inflation को समझते हैं 

Inflation 

महंगाई हर साल 6% से बढ़ रही हैं. जो सामान आप 100 रुपयों में खरीदोगे वह अगले साल 106 रुपये की मिलेगी. इसीलिए हमारे job में हमें annual increment मिलता हैं; ताकि हमारी salary बढ़ती हुई महंगाई के साथ कंधे से कन्धा मिला सकें। 
Just Imagine! अगर हमारी सैलरी न बढे लेकिन महंगाई बढ़ती रहे; हम अपने खर्चे कैसे manage कर पाएंगे? इसीलिए किसी महापुरुष ने कहा हैं

Inflation is Taxation without Legislation 

6% की महंगाई दर तो सिर्फ inflation का सरकारी आकड़ा हैं. लेकिन हमारा खुद का एक LifeStyle Inflation भी होता हैं. क्योंकि साल दर साल हम भी अपने रहन सहन को upgrade करते रहते हैं. 

आजकल बैंक Fixed Deposit पर 5 से 6% ब्याज दे रहे हैं; वह भी अगर आप लम्बे समय के लिए Fixed Deposit करवाते हो तभी. बचत खाता तो सिर्फ 3 से 4 % ब्याज देता हैं. अगर हमारी savings पे जो interest मिलता हैं वह inflation rate से कम हैं तो इसका मतलब हमारी Purchasing Power कम हो रही हैं. 

सोचों की आज आप Retire हो गए.अब आपकी savings से ही आपका घर चलेगा। अगर अगले साल आप आज की भाव से 100 रूपये के सामान को खरीदने के लिए जायेंगे तो आपको 106 रूपये खर्चने होंगे। अगर आपने 100 रूपये आज स्विंग अकाउंट में डाले थे तोह आपको सिर्फ 104 रूपये ही मिलेंगे। 106 का सामान खरीदने के लिए आपको 2 रुपया कही और से लाना होगा। या फिर आपको अपने खर्चो में कटौती करनी होगी। 

इसका मतलब की अगर आप अपने Lifestyle को maintain करना चाहते हो तो फिर आपके Investment का interest (या return ) inflation rate के बराबर या उससे ज्यादा होना चाहिए। 

12% Club

अब हम बात करेंगे 12% Club के बारे में 

12% club BharatPe की peer to peer लेंडिंग स्कीम हैं. अगर आप 12% club में पैसे जमा करते हैं; तो आपको 12% वार्षिक दर से ब्याज मिलेगा। यानी की 1% हर महीने। सबसे अच्छी बात यह हैं की यह APP आपको हर रोज़ ब्याज आपके account में क्रेडिट करेगा। 

For example अगर आप 10000 जमा करते हो तो आपको साल का 1200; ब्याज मिलेगा। ब्याज का भुगतान रोज़ होने की वजह से आपके अकाउंट में 3 रूपये 29 पैसे रोज़ मिलेंगे। मूलधन और ब्याज को आप जब चाहो तब अपने बैंक खाते में वापस ले सकते हो. 

इस APP के माध्यम से आप Online Loan भी ले सकते हो। मैंने इस app से क़र्ज़ नहीं लिया हैं, इसलिए मैं ब्याज दर की जानकारी नहीं दे सकता। लेकिन यक़ीनन आपको 12 % की वार्षिक दर से ज्यादा का ही ब्याज चुकाना होगा। 

एक साल में आपका 100 रूपये का निवेश 112 रूपये हो जायेगा। Inflation से adjust करने के बाद आपके पास 6 रूपये की बचत होगी 

100 --> 6% Inflation --> Rs. 106 (Future Value of Your 100 Rupees after 1 year)
12% Club Investment = Rs. 112 
Net Wealth = 112 - 106 = Rs. 6

BharatPe दुकानदारों को UPI के जरिये payment रिसीव करने का solution देती हैं. BharatPe का यूनिवर्सल QR कोड तो आपने दुकानों पे जरूर देखा होगा, use भी किया होगा - BharatPe के barcode पे आप किसी भी UPI payment APP से payment कर सकते हो. दुकानदारों को भी अपनी दूकान चलने के लिए क़र्ज़ लेना पड़ता हैं. बड़ा दुकानदार तो बैंक से कम ब्याज पर क़र्ज़ ले सकता हैं, उसको अपने current account में interest Free Overdraft Limit भी होती हैं. 

लेकिन जो छोटे दुकानदार या विक्रेता होते हैं; उन्हें सस्ता क़र्ज़ नहीं मिल पाता। 

लेकिन जिन्हे बैंक से मदद नहीं मिल पाती ; उनतक Financial Services, NBFC यानी Non Banking Financial Companies पहुँचाती हैं. MicroFinance या NBFC छोटे दुकानदारों को loan देती हैं. मगर उसका ब्याज ज्यादा होता हैं. 

क्योंकि छोटे दुकानदारों को loan देना रिस्की होता हैं. क्योंकि इस बात की गारंटी नहीं होती की क्या वह दुकानदार loan को समय से वापस कर पायेगा? इसलिए NBFC के loan की रकम छोटी होती हैं, यह loan भी छोटी अवधि के लिए दिया जाता हैं और उसपर ब्याज दर भी अच्छा खासा होता हैं.

एक युवक, जिसका नाम रमेश हैं; उसके पास कोई income नहीं हैं। वह एक बड़े शहर की बस्ती में किराये की खोली में रहता हैं, उसने सोचा की वह सब्जी बेचने का बिज़नेस स्टार्ट करेगा। इसके लिए उसको 10000 रुपयों की सब्जी खरीद कर शुरुआत करनी हैं. उसको एक शॉपिंग मार्किट में हर दिन 200 रूपये भाड़े पे एक छोटी सी दूकान मिल गयी हैं. 

रमेश का business प्लान simple हैं, वह wholesale मंडी से 10000 की सब्जी लाएगा, मार्किट में उसको में 15000 में बेचेगा। इस 5000 के मुनाफे से वह दूकान का रेंट देगा, loan की emi देगा, और मुनाफे से अपना जीवन यापन और बचत करेगा। मूल धन के 10000 से वह वापस से मंडी जायेगा और अगले दिनों के लिए सब्जी खरीदेगा। इस तरह वह अपना कारोबार बढ़ाएगा। 

अगर रमेश 10000 का loan लेने किसी बैंक में जायेगा तोह उसको बैंक loan देने से मना कर देगी, क्योंकि 

-बैंक के लिए यह loan रिस्की हैं, युवक के पास गिरवी रखने के लिए कुछ नहीं। घर दुकान सब कुछ किराये पर हैं; वह loan की रकम वापस कर पायेगा इसकी कोई गारन्टी नहीं हैं. 

-बैंक के लिए loan की रकम भी छोटी हैं, अगर युवक loan वापस कर भी देता हैं तो बैंक को interest income कोई ख़ास नहीं होगी। loan की Processing और paperwork में अच्छा खासा समय जाता हैं. उस समय को बैंक कर्मचारी लाखों और करोड़ो को loan देने में खर्च करना prefer करेंगे तभी बैंक को एक Sustainable interest income होगा और बैंक खुद को चला पायेगा। 

इसलिए बैंक यह जोखिम नहीं उठाएगा और रमेश को loan नहीं देगा। 

ऐसे युवक को बैंक तो नहीं मगर Micro Finance कंपनी जरूर loan देंगी। NBFC या Micro Finance कंपनी का बिज़नेस मॉडल छोटे loan देने के लिए Perfect होता हैं. वह छोटे छोटे रकम के ढेर सारे कर्ज़े लोगों को देती हैं. मोटा ब्याज चार्ज करती हैं. और loan का duration कम होने की वजह से वह अपने loan के पैसे वापस पा लेती हैं. 

NBFC के एजेंट्स अपने एरिया के छोटे व्यापारियों से सीधे टच में रहते हैं; इसलिए उनके लिए loan को देना और उसका कलेक्शन करना काफी आसान होता हैं. छोटे विक्रेता / व्यापारियों पे फोकस होने की वजह से NBFC के लिए loan PROCESSING एक Sustainable बिज़नेस होता हैं. 

NBFC छोटे विक्रेता को loan देने का RISK उठती हैं इसलिए वह ज्यादा ब्याज लेती हैं. NBFC को loan देने के लिए फंड्स चाहिए। भरतपे एक payment APP कंपनी हैं जो LendenClub नाम की NBFC के साथ पार्टनरशिप में 12% club app कुछ महीनो पहले लांच किया हैं. 12% club को ज्वाइन करने के लिए आपको इसका APP डाउनलोड करना होगा। डाउनलोड करने के बाद आपको अपना ऑनलाइन kyc करना होगा (with आधार authentication, selfie). अपने बैंक अकाउंट को APP से लिंक करना होगा। अब आपका अकाउंट 12% APP पर activate हो जायेगा। 

अब आप 12% club में UPI payment के माध्यम से पैसे जमा कर सकते हैं. इस पर आपको 12% वार्षिक दर से ब्याज मिलेगा। यानी की 1% हर महीने। सबसे अच्छी बात यह हैं की यह APP आपको हर रोज़ ब्याज आपके account में क्रेडिट करेगा। 

अगर आप 10000 जमा करते हो तोह आपको साल का 1200; ब्याज मिलेगा। ब्याज का भुगतान रोज़ होने की वजह से आपके अकाउंट में 3 रूपये 29 पैसे रोज़ मिलेंगे। मूलधन और ब्याज को आप जब चाहो तब अपने बैंक खाते में वापस ले सकते हो. 

12% club बैंक की तुलना में काफी ज्यादा ब्याज दे रही हैं. अगर आप भी 12% Club को इस्तेमाल करना चाहते हैं तो निचे दिए गए रेफेरल लिंक पर क्लिक करके APP को डाउनलोड करें। 

https://twelveclub.onelink.me/2Cmd/5eab6235

आपके जमा किये गए पैसे रमेश जैसे लोगों को loan देने के लिए इस्तेमाल में आएंगे। 12% club आपको ज्यादा ब्याज इसलिए दे पा रही हैं क्योंकि वह मिक्रोफिनान्स loan से अच्छा खासा ब्याज कमा रही हैं. 

UPI टेक्नोलॉजी की वजह से 12% club के पास एक unique एडवांटेज भी हैं जो दूसरे NBFC के पास नहीं। क्योंकि 12% club का एक बड़ा Customer Base ऐसे विक्रेताओँ का हैं जो भरतपे मर्चेंट सलूशन के भी कस्टमर हैं. विक्रेता को BharatPe UPI से मिले पैसे end of day settlement के बाद बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होते हैं. अगर विक्रेता ने loan ले रखा हैं तोह भरतपे loan की Daily EMI deduct करने के बाद ही बाकी रकम देगी। 

BharatPe मर्चेंट अकाउंट का Borrower Base होने की वजह से इस बात की भरोसा हैं की loan का समय से re-payment होता रहेगा। टेक्नोलॉजी की वजह से भारत पे ऑटोमेटिकली रोज़ाना EMI (DMI) रिकवर कर लेती हैं. 

इसका मतलब यह हैं की कर्ज़दार और BharatPe के बीच लेनदेन ऑटोमेटिकली हो जायेगा। BharatPe 12% club के द्वारा जमा किये गए रुपयों को लेनदेन NBFC के द्वारा अपने merchant एप्लीकेशन के विक्रेताओं को क़र्ज़ देता हैं। 

defaulters (situational and wilful) 

अगर कोई क़र्ज़ नहीं दे सकता तो उसे डिफाल्टर कहते हैं. कोई मज़बूरी में क़र्ज़ को नहीं चूका पाता लेकिन कुछ लोग जानबूझ कर बैंकों को क़र्ज़ वापस नहीं करते। इससे बैंक को नुकसान होता हैं। इसलिए बैंक क़र्ज़ के बाले कुछ गिरवी रखवाना पसंद करते हैं। NBFC के छोटे loan पर कुछ गिरवी रख पाना संभव नहीं हो पाता। इसलिए वहां loan को default करने की प्रोबेबिलिटी ज्यादा होती हैं। 

12% club पे डिपाजिट किये हुए पैसो के लिए यह एक RISK जरूर हैं। अगर ऐसी परिस्थितियां आ जाए जहाँ छोटे विक्रेता अपना बिज़नेस नहीं कर पा रहे हो तो वह अपने loan का भुगतान भी नहीं कर पाएंगे। उदाहरण के लिए अगर lockdown या curfew लग जाए। अगर कोई willful defaulter विक्रेता अपने दूकान पर bharatpe UPI से payment न लेकर कोई दूसरी UPI से payment रिसीव करने लगें; तो bharatpe के लिए loan की recovery करना मुश्किल हो जाएगी। 

हालांकि NBFC कम्पनियाँ loan रिकवरी के लिए लोग रखते हैं; मगर सभी Defaulted loan recover नहीं हो पातें। 

अगर आपको 12% club में इन्वेस्ट करना हैं तो आपको इस बात का ध्यान जरूर रखना होगा की ऐसे interest income के साथ एक RISK भी जुड़ा हुआ हैं. RISK और रिवॉर्ड का यहीं रिश्ता हैं. जितना RISK उतना उसका रिवॉर्ड। बैंक डिपाजिट में RISK न्यूनतम होता तो ब्याज भी ज्यादा नहीं मिलता। ५ लाख की सीमा तक बैंक डिपाजिट पर सरकार की एक गारंटी भी होती हैं। अगर बैंक डूब भी जायेगा तोह हमारे ५ लाख तक के डिपाजिट का भुगतान सरकार से हो जायेगा। 

लेकिन अगर BharatPe जैसी कोई कम्पनी को घाटा होगा तो उसकी भरपाई के लिए सरकार जिम्मेदार नहीं होगी। यहाँ depositor के लिए एक चेतावनी हैं। 

12% club में निवेश की सीमा १० लाख ही हैं. कोई भी निवेशक इससे ज्यादा निवेश नहीं कर सकता। फाइनेंसियल एडवाइजर हमें यह सलाह देते हैं की हाई RISK इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स में अपने पोर्टफोलियो का ५% से ज्यादा निवेश नहीं करना चाहिए। 

अगर आप 12% club में निवेश करना चाहते हैं तो इस बात को ध्यान में रख कर सावधानी के साथ निवेश करें। अपने सारे पैसे इस स्कीम में न लगाएं। लेकिन एक छोटी राशि लगाने का आप जरूर सोच सकते हैं. 

मैंने 12% Club में निवेश किया हैं। मैं हर महीने मिलने वाले ब्याज को Index Funds में निवेश कर दूंगा। 

अगर आप भी 12% Club को इस्तेमाल करना चाहते हैं तो निचे दिए गए Referral Link पर क्लिक करके APP को डाउनलोड करें। इस APP को अपने दोस्तों में refer करने पर आपको Referral Rewards भी मिलेंगे।  

https://twelveclub.onelink.me/2Cmd/5eab6235

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